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काबुल, अगस्त 17: काबुल पर तालिबान का कब्जा हो चुका था और अफगानिस्तान के सैकड़ों-हजारों लोग अपनी जान की सलामती के लिए किसी भी तरह से देश से बाहर निकलना चाह रहे थे। अमेरिका की ‘मक्कारी’ और राष्ट्रपति अशरफ गनी की