स्ट्रीटलाइटों के रखरखाव के लिए ईईएसएल की 25 टीमे तैनात

by Vimal Kishor

स्ट्रीट लाइटों की खराबी के संबंध में मिलने वाली सभी शिकायतों का निपटारा 48 घंटों के भीतर

लखनऊ,समाचार10 India। विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ कार्यरत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के संयुक्त उद्यम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) अपनी ऊर्जा दक्ष स्ट्रीट लाइटों से लखनऊ, उत्तर प्रदेश की सड़कों और गलियों को जगमग रखने की दिशा में लगातार कार्यरत है। ईईएसएल ने लखनऊ में अब तक 2,44,957 स्ट्रीट लाइटें लगायी हैं, जिसमें 95ःठीक प्रकार से काम कर रही हैं, और इस तरह शहर की सड़कों पर रोशनी की समुचित व्यवस्था बनी हुई है। ईईएसएल की जमीनी स्तर पर तैनात टीमें स्ट्रीट लाइटों की खराबी के संबंध में मिलने वाली सभी शिकायतों का निपटारा 48 घंटों के भीतर करती हैं। इन स्ट्रीटलाइटों के रखरखाव के लिए ईईएसएल ने 25 टीमों को रात्रिकालीन सेवा में तैनात किया है। इसके अलावा, शिकायतें दर्ज करने और उनके निपटान की निगरानी हेतु एक शिकायत हैंडलिंग सिस्टम भी चालू किया गया है।

इसके अलावा, इंटीग्रेटेड ग्रीवांस रिड्रैसल सिस्टम (आईजीआरएस) और पब्लिक ग्रीवांस रिड्रैसल सिस्टम (पीजीआरएस) पोर्टल्स भी उपलब्ध कराए गए हैं जिन पर उपभोक्ताओं के अलावा राज्य स्तरीय अधिकारीगण अपने सुझाव दे सकते हैं और स्ट्रीटलाइटों के कामकाज के संबंध में अपनी समस्या को भी साझा कर सकते हैं। ये शिकायतें ऑफलाइन भी दी जा सकती हैं।
वेंकटेश द्विवेदी, ग्रुप एग्जीक्युटिव डायरेक्टर प्रोजेक्ट्स एंड बिजनेस डेवलपमेंट, ईईएसएल ने कहा, स्ट्रीटलाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (एसएलएनपी) ने भारतीय सड़कों को ऊर्जा दक्ष एलईडी स्ट्रीटलाइटों से रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

ये स्ट्रीटलाइटें नागरिकों तथा सैलानियों को अंधेरे में भी सुरक्षा का अहसास कराती हैं। साथ ही, इनकी वजह से वाहनों को भी सुविधा होती है क्योंकि ये सड़कों पर दुर्घटनाओं के जोखिमों को कम करती हैं। मैं लखनऊ में स्थानीय टीमों और यूएलबी का आभारी हूं जिन्होंने स्ट्रीटलाइटों के सुचारू ढंग से कामकाज और इस संबंध में शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए सहयोग दिया है।
उत्तर प्रदेश में, स्ट्रीट लाइट नेशनल प्रोग्राम (एसएलएनपी) की शुरुआत 2015 में हुई थी। अब तक, लखनऊ, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज (इलाहाबाद), मेरठ, झांसी समेत राज्य के 48 अन्य जिलों में 12,80,662 स्ट्रीट लाइटें लगायी गई हैं।

इसके अलावा, राज्य को भविष्य की दृष्टि से भी तैयार रखने के लिए किफायती ऊर्जा दक्ष इंफ्रास्ट्रक्चर को उपलब्ध कराया गया है जो काफी फायदेमंद साबित हुआ है। इन स्ट्रीटलाइटों को वेब आधारित निगरानी प्रणाली दृ सैंट्रल कंट्रोल मॉनीटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) से जोड़ा गया है जो रिमोट परिचालन और निगरानी को संभव बनाने के साथ-साथ परिचालन पर अतिरिक्त लागत की भी बचत करता है। सीसीएमएस सिस्टम किसी भी स्ट्रीटलाइट पर किसी भी प्रकार के कार्य की आवश्यकता होने पर अलर्ट भी भेजता है। इससे स्ट्रीटलाइटों के खराब होने और अचानक मरम्मत के कार्य की संभावना काफी घटती है।

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